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Solar Aata Chakki Yojana मोदी सरकार ने महिलाओं को दिया तोहफा…! महिलाओं को मुफ्त मिलेगी सोलर आटा चक्की, ऐसे करे अप्लाई |

Solar Aata Chakki Yojana : मोदी सरकार ने महिलाओं को दिया तोहफा…! महिलाओं को मुफ्त मिलेगी सोलर आटा चक्की, ऐसे करे अप्लाई |
Solar Aata Chakki Yojana: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कम आय वाली महिलाओं को सौर ऊर्जा से चलने वाली आटा चक्की वितरित करने के लिए निःशुल्क सौर आटा चक्की योजना शुरू की। ये मिलें सौर पैनलों का उपयोग करती हैं जिससे बिजली या डीजल की आवश्यकता नहीं होती है | Solar Aata Chakki Scheme
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जिससे ये पर्यावरण के अनुकूल और लागत प्रभावी होती हैं | Solar Aata Chakki Yojana
सोलर आटा चक्की योजना क्या है?
Solar Aata Chakki Yojana: यह एक सरकारी योजना है जो ग्रामीण महिलाओं और किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाली आटा चक्कियाँ प्रदान करती है, मुख्य रूप से निःशुल्क या सब्सिडी के साथ। Solar Aata Chakki Scheme 2025
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इसका उद्देश्य लोगों को बिना बिजली बिल के गेहूँ, चावल, मक्का और मसाले पीसकर आय अर्जित करने में मदद करना है। Solar Aata Chakki Yojana 2025
पात्रता मानदंड
- लिंग और स्थान: महिलाओं के लिए खुला, विशेष रूप से ग्रामीण या अर्ध-शहरी क्षेत्रों में
- आयु: न्यूनतम 18 वर्ष। Earn Money
- आय: कई योजनाओं के लिए परिवार की आय कुछ सीमा के भीतर होनी चाहिए
- दस्तावेज: आधार, राशन कार्ड, आय/निवास प्रमाण पत्र, बैंक खाता और कभी-कभी बीपीएल या जाति प्रमाण पत्र होना चाहिए
मुख्य उद्देश्य
- ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराना।
- घर या गांव में अनाज पीसने में मदद करना।
- सौर ऊर्जा का उपयोग करके बिजली पर निर्भरता कम करना।
- हरित ऊर्जा और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना।
मुख्य उद्देश्य और लाभ
- बिजली बिल में बचत: ग्रिड बिजली की आवश्यकता नहीं, घरेलू खर्च में कमी
- हरित समाधान: स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग करता है और कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करता है।
- महिला सशक्तिकरण: स्वरोजगार को सक्षम बनाता है,महिलाओं और किसानों के लिए आटा, मसाले या अन्य अनाज का प्रसंस्करण।
- ग्रामीण विकास: मिलिंग सुविधाओं को गांवों के करीब लाता है, जिससे यात्रा कम होती है और स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होती है।
कौन आवेदन कर सकता है?
- 18 वर्ष या उससे अधिक आयु की महिलाएँ।
- गरीब परिवारों (बीपीएल, निम्न आय वर्ग) से संबंधित।
- भारत (विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों) का निवासी होना चाहिए।
- आवश्यक दस्तावेज़ होने चाहिए |
उपकरण विवरण और क्षमता
- मिलों की क्षमता आमतौर पर 10-15 किलोग्राम/घंटा होती है
- 8-14 किलोवाट आकार के सौर पैनल, 10-15 एचपी की पावर मोटर की आवश्यकता होती है।
- कुल स्थापना लागत ₹8 लाख से ₹12 लाख तक हो सकती है, लेकिन योजना के तहत सब्सिडी या मुफ़्त है।
पीएम सोलर आटा चक्की के लिए आवेदन कैसे करें
- सरकारी योजना पोर्टल या अपने राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग पर जाएँ।
- आवेदन पत्र भरें और दस्तावेज़ अपलोड करें
- अपना आवेदन निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) या जिला खाद्य विभाग कार्यालय में जमा करें।
- कोई आवेदन शुल्क नहीं।
- सत्यापन के बाद, मिल आमतौर पर 15-30 दिनों के भीतर स्थापित हो जाती है।